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उज्जैन। हेलमेट के प्रति जागरूकता को लेकर गुरूवार पुलिस ने विशेष अभियान की शुरूआत की गई। ट्राफिक सिग्नलों पर बाइक सवारों के सामने यमराज-चित्रगुप्त घूमते दिखाई दिये। आवाज गुंज रही थी कि क्या यहीं वही मानव है, जिनके प्राणों की रेखा आज समाप्त होने वाली है।
22 अक्टूबर से 5 नवम्बर तक हेलमेट को लेकर पुलिस ने जागरूकता अभियान की शुरूआत की है। जिसमें ट्राफिक सिग्नलों पर यमराज-चित्रगुप्त घूम रहे है और बाइक सवारों के सामने आकर उनके प्राणों की रेखा समाप्त होने और मित्र के अंग भंग होने के स्लोगन बोले जा रहे है। गुरूवार को यह नजारा देख पहले तो लोगों को कुछ समझ नहीं आया, लेकिन यमराज-चित्रगुप्त के साथ पुलिसकर्मियों को देख मंद-मंद मुस्कराने लगे। उन्हे समझ आ गया था कि हेलमेट लगाना कितना जरूरी है। यातायात डीएसपी दिलीपसिंह परिहार ने बताया कि 5 नवम्बर तक इसी तरह हेलमेट और यातायात नियमों को लेकर अभियान चलाया जायेगा। यमराज-चित्रगुप्त पुलिसकर्मियों को बनाया गया है। हेलमेट सुरक्षा कवच है, जीवन से समझौता नहीं करना चाहिये। अभी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। दो पहिया वाहन चालको के लिये हेलमेट को अब सख्ती से अनिवार्य कराया जायेगा। मोटरयान अधिनियम 1988 की धारा 129 के अनुसार दो पहिया वाहन पर सवार प्रत्येक व्यक्ति (4 वर्ष से अधिक आयु का) चाहे वह चालक हो या पीछे बैठा व्यक्ति हो हेलमेट लगाना अनिवार्य किया जा रहा है। अभियान समाप्त होने के बाद चालानी कार्रवाई की शुरूआत की जायेगी। सुप्रीम कोर्ट कमेटी आॅन रोड सेफ्टी तथा सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने भी देशभर में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए दो पहिया चालकों के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य करने के दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
शनिवार को निकाली गई थी हेलमेट रैली
अभियान की शुरूआत करने के बाद शनिवार को पुलिस द्वारा पुलिस लाइन से वाहन रैली निकाली थी, सौ से अधिक पुलिसकर्मी हेमलेट लगाकर हाथों में सुरक्षा कवच का स्लोगन लेकर पुलिस मित्र और बाइकर ग्रुप के सदस्यों के साथ निकले थे। रैली को एएसपी नितेश भार्गव ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। शहर के प्रमुख मार्गो से निकली हेलमेट जागरूकता रैली पुलिस लाइन पहुंचकर समाप्त हुई थी। इस दौरान कहा गया था कि पहले जागरूकता फिर चालान।
सिख समाज को मिलेगी हेलमेट से छूट
यातायात डीएसपी दिलीपसिंह परिहार ने बताया कि हेलमेट सभी के लिये अनिवार्य किया जा रहा है, लेकिन पगड़ी धारण करने वाले सिख समाज को इस नियम से छूट दी जायेगी। बावजूद उन्हे यातायात नियमों का पालन करने के लिये जागरूक किया जायेगा। अभियान को लेकर शैक्षणिक संस्थाओं में भी कार्यक्रम आयोजित कर छात्रों को भी जन जागरूक किया जायेगा। सार्वजनिक स्थानों पर प्रचार प्रसार कर नियमों की जानकारी दी जायेगी।
चिंताजनक है सड़क दुर्घटना के मामले
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि मध्यप्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं के मामले चिंताजनक है। वर्ष 2024 में 56 हजार 669 दुर्घटना दर्ज की गई थी। जिसमें 13 हजार 661 लोगों की जान गई थी। मृतको में 53.8 प्रतिशत लोग दो पहिया वाहन चालक थे। 82 प्रतिशत मृतको ने हेलमेट नहीं पहना था। जिसके चलते उनके सिर में चोंट लगने पर मौत हुई थी।
हेलमेट सुरक्षा कवच, जीवन से समझौता नहीं अभियान बाइक सवारों के सामने खडेÞ दिखे चित्रगुप्त-यमराज
